28 May 2013

रिक्शा चालक से किसान वैज्ञानिक तक का सफ़र ....

आदरणीय मित्रो ...


जरूर देखें व् अपने अपने बच्चो को बताएं सफलता की ऐसी कहानियाँ  जिनसे सही मायनों में विकाश होगा ....

https://www.youtube.com/watch?v=bKcMKbnyjoI&noredirect=1





रिक्शा चालक से किसान वैज्ञानिक तक का सफ़र ....


कौन कहता है की हुनर के लिए सिर्फ और सिर्फ अंग्रेजी ही जरूरी है ....  क्यों हम भेड़ चाल से चल रहे है ... क्यों हमारे गावं के लोग या शेहरो के आर्थिक रूप से कमजोर भाई लोग आत्म-ग्लानी  से पीड़ित हैं  ...या क्यों आर्थिक रूप से मजबूत भाई लोग अपने अहम् व् अकड़, घमंड में है ... आखिर किसको दिखाना चाहते हैं हम ये ... आखिर किस्से बड़ा दिखना चाहते हैं हम ...  आखिर किसको नीचा दिखाना चाहते हैं हम ..... अपने ही भाइयों को .... क्या येही विकाश है ... क्या ये ही आगे बढ़ना है ... जिसको सायद गावं के लोग समझते है .... क्या येही modernisation की परिभाषा है ...  क्यों नहीं हम अपने व् अपने आस पास के समाज को देखते .. की कैसे हम और हमारी पीढ़िया  जियेंगे .. कैसा होगा विकास का मॉडल ....

आखिर कब निकलेंगे हम अपनी अपनी मानसिक गुलामी से .. और कब हम अपने आप को अपनों के करीब समझेंगे ..

क्या हमारा देश बड़ी-बड़ी कंपनियों से ही विकसित करेगा ... या छोटे छोटे गृह उद्योगों से लाखों करोरों लोगों को रोजगार मिलेगा तभी उन्नति करेगा ... जरा सोचें दोस्तों ... आखिर कैसे 125 क्रोर लोग सही मायनों में विकाश करेंगे ... क्या रास्ता होगा ... हमारा विकाश का ....

तो आओ मिल के सोचे और कदम बढ़ाएं ...

संपर्क :  :  09896054925



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